1.
राजस्थान की स्थलीय सीमा कितने राज्यों को स्पर्श करती है-
राजस्थान की स्थलीय सीमा पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश एवं गुजरात पाँच राज्यों को स्पर्श करती है। राज्य की सर्वाधिक 1600 किमी. सीमा मध्यप्रदेश से तथा सबसे कम 89 किमी. पंजाब राज्य से लगती है।
2.
‘थार का घडा़’ अवस्थित है -
राजस्थान कई जैसलमेर जिले में पोकरण से मोहनगढ़ तक विस्तृत मीठे पानी के भण्डारों वाली भू-गर्भीय पट्टी, जहाँ ‘सेवण घास’ बहुतायत में उगती है, ‘ लाठी सीरिज’ कहलाती है। ‘थार का घड़ा’ कहलाने वाला चंदन (चांघन) नलकूप इसी क्षेत्र में है
3.
‘गुर्जरत्रा’ की राजधानी या प्रमुख नगरी थी-
‘गुर्जर’ अथवा ‘गुर्जरत्रा’ नाम से अभिहित क्षेत्र में राजस्थान का दक्षिणी-पश्चिमी भू-भाग (सिवाणा, जालौर आदि) आता है जिसकी प्राचीन राजधानी भीनमाल थी
4.
‘मत्स्य प्रदेश’ में शामिल था -
राजस्थान का पूर्वी भाग (वर्तमान अलवर तथा भरतपुर का कुछ भाग) ‘मत्स्य प्रदेश’ कहलाता है।,
5.
राजस्थान कई आन्तरिक जिलों की संख्या है -
राजस्थान कई कुल आठ जिले ऐसे हैं जो किसी देश अथवा राज्य से सीमा नहीं बनाते हैं (आंतरिक जिले) में हैं - पाली, राजसंसद, अजमेर, नागौर, जोधपुर, दौसा, बूँदी एवं टोंक
6.
बाँसवाड़ा और डूँगरपुर क्षेत्र का प्राचीन नाम है-
समय में ‘कोठी’ धौलपुर, ‘श्रीपंथ’ बयाना, ‘बागड़’ बाँसवाड़ा और डूँगरपुर एवं ‘कांठल’ प्रतापगढ़ क्षेत्र को कहा जाता था
7.
राजस्थान कई जिले एवं संभाग का सही युग्म है -
वर्तमान में राजस्थान में जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर, अजमेर व भरतपुर कुल 7 संभाग सहित 33 जिले हैं। राज्य का नवीनतम संभाग भरतपुर एवं नवीनतम जिला प्रतापगढ़ है
8.
किस जिले की सीमा पाकिस्तान से नहीं लगती है-
पाकिस्तान की सीमा से राज्य कई चार जिले (उत्तर से दक्षिण) श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर एवं बाड़मेर लगते हैं
9.
निम्नलिखित में से कौन-सा एक अरावली का पर्वत शिखर हैं -
अरावली पर्वत शिखर तारागढ़ अजमेर कई समीप है। यह मध्य अरावली की सबसे ऊँची पर्वत चोटी है
10.
राजस्थान क किस प्रदेश में ‘‘बीहड़ ” मिलते हैं -
दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में चम्बल नदी द्वारा अपरदित क्षेत्र ‘डाँग’ अथवा ‘बीहड़’ क्षेत्र कहलाता है। यह क्षेत्र राज्य के कोटा, बूँदी, सवाई माधोपुर, करौली एवं धौलपुर जिलों में विस्तृत है
11.
निम्नलिखित में से कौन-सा एक कारण राजस्थान में मरूस्थलीकरण का नहीं है-
राजस्थान में मरूस्थलीकरण कई प्रमुख कारण अतिचारण, वनोन्मूलन तथा अनुचित मृदा एवं जल प्रबंधन हैं। शहरीकरण अभी राजस्थान में मरूस्थलीकरण का कारण नहीं है
12.
छप्पन का मैदान राजिस्थान के किस भाग मैं है
राजस्थान कई दक्षिणी भाग में स्थित बाँसवाड़ा एवं प्रतापगढ़ कई मध्य का क्षेत्र ‘‘छप्पन का मैदान” कहलाता है। यह क्षेत्र जाखम एवं उसकी सहायक नदियों द्वारा निर्मित एक उपजाऊ मैदान है
13.
निम्नलिखित में से वह कौन सा जिला है जिसकी सीमाएँ भारत कई दो राज्यों से नहीं लगती हैं?
राजस्थान कई तीन जिले हैं जो दो-दो राज्यों से सीमा बनाते हैं- हनुमानगढ़ - पंजाब व हरियाणा, धौलपुर-उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश व बाँसवाड़ा-मध्यप्रदेश एवं गुजरात से सीमा बनाता है
14.
‘‘उदयनाथ पर्वत” राजस्थान क किस जिले में है?
उदयनाथ पर्वत (पहाड़ी) राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र में स्थित है। यह पहाड़ी अरावली पर्वतीय क्षेत्र में आती है।
15.
स्थानान्तरित बालू का स्तूप कहलाते हैं -
जैसलमेर जिले कई जनशून्य क्षेत्रों में स्थानान्तरित बालू का स्तूपों को स्थानीय भाषा में ‘धरियन’ कहा जाता है
16.
शेखावाटी क्षेत्र में निम्न भूमि को कहा जाता है-
शेखावाटी क्षेत्र कई निचले भागों में चूनेदार चट्टानें मिलती हैं। इन चट्टानों कई कारण यहाँ पर कुओं का निर्माण आसान हो गया है। इन कुओं को स्थानीय भाषा में ‘जोहड़’ कहते हैं
17.
‘कुकरा की पहाड़ियाँ’ किस जिले में है?
मेरवाड़ा की पहाड़ियों का दक्षिणी छोर ‘कुकरा की पहाड़ियाँ’ कहलाती है, जो मेरवाड़ा की पहाड़ियों को मेवाड़ की पहाडियों को जोड़ती है।
18.
राजस्थान कई किस प्रदेश में एन्टिसोल समूह की मृदा मिलती है-
पश्चिमी राजस्थान कई अधिकांश भाग पर एन्टिसोल मृदा समूह पाया जाता है। इस मिट्टी वर्ग का रंग प्रायः हल्का पीला-भूरा होता है
19.
राजस्थान में भूमि कटाव रोकने कई लिए प्राथमिक भू-परिष्करण की कौन सी क्रिया उपयुक्त है-
राजस्थान में भूमि कटाव को रोकने कई लिए सबसे उपयुक्त प्राथमिक भू-परिष्करण क्रिया मेड़बन्दी है। मेड़बन्दी करने से भूमि कटाव का रोकथाम हो सकता है
20.
पर्वतीय मिट्टी राजस्थान के किन जिलों में पाई जाती है?
पर्वतीय अथवा पथरीली मिट्टी अरावली पर्वतमाला कई ढालों पर सिरोही, उदयपुर, राजसंमद, डूँगरपुर, चित्तौड़गढ़, अजमेर एवं भीलवाड़ा जिलों कई पर्वतीय भागों में मिलती है।
21.
राजस्थान कई पश्चिमी एवं उत्तरी भाग किस अपरदन से प्रभावित है?
मिट्टी का अपरदन मुख्यतया चार प्रकार से होता है - (1) आवरण अपरदन, (2) धरातली अपरदन, (3) नालीनुमा अपरदन, (4) वायु द्वारा (वात) अपरदन।
फसलों कई साथ उग जाने वाले अनावश्यक पौधों एवं घास को ‘खरपतवार’ कहते हैं। यह मिट्टी से पोषक तत्वों का अवशोषण करते रहते हैं।
23.
‘काजरी’ की स्थापना कब की गई?
काजरी (ब्र्।त्प्)का पूरा नाम ‘के न्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान’ (ब्मदजतंस ।तपर्क वदम त्मेमंतबी प्देजपजनजम) है। यह जोधपुर में है।
24.
मिट्टी की लवणीयता की समस्या कई समाधान हेतु उपाय है-
मिट्टी की क्षारीयता की समस्या कई समाधान कई लिए जिप्सम एवं लवणीयता की समस्या कई समाधान हेतु राॅक-फास्फेट का प्रयोग करते हैं। राज्य में बंजर भूमि का सर्वाधिक प्रतिशत जैसलमेर जिले में है।