नया पढ़ने की बजाय रिविज़न करें : अधिकतर छात्र कम समय को देखते हुए अधिक से अधिक पढ़ने की कोशिश करते हैं। जो बिलकुल गलत तरीका है। कम समय में ज्यादा पढ़ने के चक्कर में छात्र जो पहले पढ़ चुका होता है उसे भी भूल जाने की संभावना बन जाती है।
टेस्ट सीरीज से करें अभ्यास : परीक्षा से पूर्व टेस्ट सीरीज से अभ्यास, तैयारी को मजबूत कर देता है। इसके अभ्यास से हमारा दोहराव भी हो जाता है। प्रश्न-पत्र के समरूप टेस्ट सीरीज के अभ्यास से वास्तविक परीक्षा का प्रायोगिक ज्ञान तो होता ही है, साथ ही महत्वपूर्ण प्रश्नों को याद करते हुए उनके आधार को भी समझा जा सकता है।
समय प्रबंधन : परीक्षा हो या कोई काम, समय का अपना महत्व होता है। सही समय पर सही तरह से कार्य नहीं किया जाए तो फिर सही परिणाम की अपेक्षा नहीं की जा सकती है। इसलिए विषय और टॉपिक्स की महत्ता को देखते हुए अपने समय का प्रबंधन करें।
अध्ययन सामग्री: रीट कि परीक्षा हो या कोई भी परीक्षा, तैयारी के लिए अध्ययन सामग्री का चयन हमेशा परीक्षा के स्तर के हिसाब से ही करें। क्योंकि अगर आप अपनी परीक्षा के स्तर से ऊपर-नीचे होते हैं तो दोनों ही परिस्थितियों में फायदे से ज्यादा नुकसान का खतरा बना रहता हैं।
खुद से Notes बनाए : खुद से Notes बना कर पढ़ना, शुरू से ही पढाई करने का सबसे अच्छा तरीका माना गया है। कम समय में परीक्षा की तैयारी करने में इन नोट्स से बहुत मदद मिलती है। लिख कर पढाई करने से याद जल्दी होता है और लम्बे समय तक याद रहता है।
स्कोरिंग टॉपिक्स : स्कोरिंग टॉपिक्स पर ध्यान दें और सबसे ज्यादा उनका अध्ययन करें। इससे आपकी तैयारी और अच्छी होगी।
आत्मविश्लेषण : हमेशा दिन के अंत में आपके द्वारा दिनभर में की गई पढ़ाई का विश्लेषण करें। इसके अलावा नए दिन से पढ़ाई करने से पूर्ण भी कल में की गई पढ़ाई का अवलोकन करें। इससे आपको पढ़ा हुआ याद रखने में आसानी होगी।