जानें कौन और कैसे बन सकते हैं IFS ऑफिसर

एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

IFS (Indian Foreign Service) के लिए उम्मीदवार भारत के नागरिक हो, नेपाल/भूटान की नागरिक हो I

अंग्रेजी भाषा का उच्चतम ज्ञान

आईएफएस में आपको अंग्रेजी का ज्ञान होना बहुत जरूरी है क्योंकि विभिन्न देशो के राजदूत, अधिकारी व नेताओं से बात करनी होती है तो इसके लिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान और बोलचाल में जरूरत होती है।

शैक्षणिक योग्यता 

उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से डिग्री होनी चाहिए या समकक्ष योग्यता होनी चाहिए।

आयु सीमा 

सामन्य श्रेणी : 32 वर्ष एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए- 5 साल ओबीसी उम्मीदवारों के लिए- 3 साल। जम्मू और कश्मीर राज्य के उम्मीदवार के लिए- 5 वर्ष रक्षा सेवा कर्मियों के लिए- 5 वर्ष

उम्मीदवार कितनी बार दे सकते हैं ये एग्जाम 

सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार- 6 प्रयास एससी / एसटी के उम्मीदवार- कोई प्रतिबंध नहीं अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार- 9 प्रयास सामान्य व ओबीसी दिव्यांग- 9 प्रयास

मेडिकल स्टैंडर्ड 

इस परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले आवेदकों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। UPSC  की किसी भी सेवा में चयनित होने के लिए उम्मीदवारों को सभी मेडिकल टेस्ट पास करना होता है।

आईएफएस के कार्य 

आईएफएस ऑफिसर जो कि दूसरे देशों में अपने देश को represent करता है । इनका काम होता है कि यह विदेशी सरकार और अपने देश की सरकार के बीच में समन्वय स्थापित करें ताकि दोनों देशों के बीच में व्यापारिक तथा सांस्कृतिक दोनों रिश्ते अच्छे रहें।

IFS Officer की सैलेरी 

आईएफएस ऑफिसर को शुरुआत में 60 हजार से ढाई लाख रुपये तक की सैलरी मिलती है. उनकी सैलरी कैटेगरी और रैंक के हिसाब से तय की जाती है

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