थ्योरी पढ़ने की आदत डालें - सामाजिक विज्ञान एक थ्योरिटिकल विषय है। इसलिए, अपनी परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले, आप अपने सिलेबस के सभी अध्यायों को एक बार पढ़ लें।
महत्वपूर्ण पॉइंटस को हाइलाइट करें - एक बार जब आप अपने नोट्स तैयार कर लें, तो सभी महत्वपूर्ण घटनाओं, तिथियों, वर्षों, देशों, नामों आदि को हाइलाइट करें और केवल इन हाइलाइट किए गए तत्वों के लिए एक शीट तैयार करें।
रटने के बजाए समझने का प्रयास करें - यदि आप उत्तर को समझने के बजाय उसे रटते हैं तो आपके उत्तर भूलने की संभावना अधिक होती है। इसलिए हमेशा रटने के बजाए सरल और सीधे तरीके से टू द पॉइंट पढ़ना सीखें।
लिखने की प्रैक्टिस करें - आसंर राइटिंग सामाजिक विज्ञान की तैयारी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए प्रश्न का उत्तर समझने और याद करने के बाद उस आसंर को बिना देंखे लिखने की कोशिश करें।
वैकल्पिक दिनों का अध्ययन करें - अगर आप सोमवार को इतिहास पढ़ रहे हैं तो उसके साथ फिजिक्स या केमिस्ट्री जैसा कोई दूसरा विषय चुनें। फिर अगले दिन गणित के साथ भूगोल का अध्ययन करें। इस तरह आप पढ़ाई से बोर नहीं होंगे और यह आपकी पूरे दिन में दिलचस्पी बनाए रखेगा।
रोचक अध्ययन सामग्री पर भरोसा - कभी-कक्षी छात्र थ्योरिटिकल विषयों का अध्ययन नहीं करना चाहते, इसलिए उस समय छात्र उसी विषय की वीडीयो के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
सैंपल पेपर है आपका सबसे अच्छा दोस्त - सोशल साइंस जैसे विषयों की तैयारी के दौरान भी सैंपल पेपर हल करना जरूरी है। सैंपल पेपर को हल करने से आपको कम समय में बेहतर उत्तर देने में मदद मिलती है और आपके समय और गति को अनुकूलित करने में भी मदद मिलती है।
नक्शों और आरेख को नजरअंदाज न करें - यदि कोई एक प्रश्न है जिसे आप अपनी परीक्षा में दिखाना सुनिश्चित कर सकते हैं तो वह या तो मानचित्र या आरेख होगा। सभी नक्शों और आरेखों को देखें और उनका कम से कम दो बार अभ्यास करें।