नए विषयों पर ध्यान दें - एंट्रेंस एग्जाम के लिए सिलेबस से हटकर कुछ नए विषयों पर भी ध्यान दें. इम्पोर्टेन्ट टॉपिक के चलते कुछ सरल और नए टॉपिक्स की तरफ ध्यान नहीं जाता. कभी कभी ऐसे सवालों को पूछ दिया जाता है जो नए होते हैं. इससे एग्जाम के समय में घबराहट होना स्वाभाविक है. इसलिए नए विषयों का भी अध्ययन करें.
मानसिक रूप से तैयार रहें - इंजीनियरिंग या मेडिकल टेस्ट की तैयारी जटिल होती है. इनकी तैयारी के लिए लक्ष्य स्पष्ट रखें. मन में इन परीक्षाओं से जुड़े हर विषय और नौकरी का उद्देश्य स्पष्ट रखें. प्रोफाइल को गहनता से जानें. एग्जाम कि तैयारी के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करें.
नोट्स से पढ़ाई होगी आसान - परीक्षा की तैयारी के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए. इसके लिए हर टॉपिक्स के नोट्स बनाकर रखें. जिस भी टॉपिक की पढ़ाई करने जा रहे हैं उसके प्वाइंट्स एक जगह स्पष्ट तरह से लिखें. इस तरह नोट बनाने से समय पर आसानी से टॉपिक ढूंढा जा सकता है.
नए टॉपिक खोजें - जितना सकारात्मक लोगों के संपर्क में रहेंगे उतना ही अच्छा होगा. ऐसे लोगों के साथ उठने बैठने से प्रतियोगी परीक्षा के प्रति मन में उत्साह आएगा कुछ नया सीखने की प्रेरणा मिलेगी. साथ ही उनसे चर्चा करें. जितना हो सके नकारात्मक लोगों से दूरी बनाकर रखें.
कठिन टॉपिक को आसान करें - किसी भी अध्याय को विस्तार में लिखने के बजाय उनको छोटे-छोटे टॉपिक में बांट लें. उसे सरल भाषा में लिखें. इससे किसी भी कठिन टॉपिक को आसान बनाया जा सकता है. इस तरह की कार्यप्रणाली से समझने और पढ़ने दोनों में ही आसानी रहेगी.
एकांत वातावरण चुनें - प्रतियोगी परीक्षा के लिए एकांत वातावरण होना जरुरी है. कोशिश करें की एकांत और शुद्ध वातावरण में बैठकर पढ़ाई करें. एकांत में पढ़ाई करने से सिलेबस पर ध्यानपूर्वक तरीके से फोकस कर पाएंगे और जल्दी याद होगा.
समय सारणी बनाएं - प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जरूरी है होता है कि समय सारणी बनाकर पढ़ाई करें. प्रत्येक विषय को बराबर समय दें. उसका टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करें, जो विषय ज्यादा कठिन लग रहा हो उन्हें ज्यादा समय दें. इससे सभी टॉपिक को देख पाएंगे और कम समय में लक्ष्य को पार करने में मदद मिलेगी.
क्षमताओं को पहचानें - प्रतियोगी परीक्षा के लिए अपनी क्षमताओं को पहचानना सीखें. जब तक कोई भी कैंडिडेट खुद की क्षमताओं को नहीं समझेगा वो अपनी स्किल्स बढ़ने के प्रति भी रूचि नहीं लेगा. इसके बिना लक्ष्य तैयार कर पाना भी असंभव है.