पैहाथ रखकर रीड करें - अंगूठे की बाजू वाली उंगली को उस लाइन पर चलना शुरू कीजिए जिससे आप पढ़ रहे हैं। धीरे-धीरे आपकी आंखें इसकी अभ्यस्त हो जाएंगी।
मन में पढ़ें - बोलकर कभी भी नहीं पढ़ना चाहिए। इससे ज्यादा एनर्जी वेस्ट होता है। हमेशा मन में पढ़े।
लिखने की आदत - जो भी पढ़े, उसे 5 से 10 मिनट का वक्त निकालकर लिख लें। इससे नोट्स बनाने में आसानी होगी।
डेली रीडिंग - अगर डेली किताबें नहीं पढ़ पाते हैं तो न्यूज पेपर या पसंदीदा मैगजीन पढ़ने की आदत डालें। इससे रूची, नॉलेज और स्पीड बढ़ जाएगी।
थोड़ा-थोड़ा पढ़े - अगर आप बहुत स्लो पढ़ने हैं तो स्पीड सही करने के लिए डेली टारगेट बनाकर पढ़ें।
कितनी हो स्पीड - स्पीड बढ़ाने का ये मतलब नहीं कि आप जो भी पढ़ रहे हैं उसे एक बार में जल्दी से पढ़कर खत्म कर दें। न ज्यादा तेज और न बहुत धीरे पढ़ने की कोशिश करें।
मेडिटेशन - डेली मेडिटेशन करने से दिमाग शांत रहता है और आप ध्यान लगाकर पढ़ाई कर पाते हैं।
पढ़ने के दौरान ब्रेक लें - पढ़ाई के बीच कम से कम 15 मिनट का ब्रेक लें। इससे माइंड रिफ्रेश हो जाएगा और आप बोर नहीं होंगे।